वैदिक पंचांग के अनुसार, सावन मास की पुत्रदा एकादशी 16 अगस्त को है. सावन मास शुक्ल पक्ष की एकादशी को पुत्रदा एकादशी कहते हैं.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करने से कई गुना अधिक पुण्य और लाभ प्राप्त होता है.
कहा जाता है कि जो किई सावन मास की पुत्रदा एकादशी के दिन विधि-विधान और श्रद्धापूर्वक भगवान विष्णु का पूजन और उपाय करता है उसे समस्त पापों से मुक्ति मिल जाती है. साथ ही जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है.
ऐसे में आइए जानते हैं कि सावन मास की पुत्रदा एकादशी पर तुलसी से जुड़े किन उपायों को करने से जीवन खुशहाल रहेगा.
पुत्रदा एकादशी के दिन सुबह स्नान के बाद तुलसी में जल जरूर अर्पित करें. आप चाहें तो तुलसी में कच्चा दूध भी चढ़ा सकते हैं.
मान्यता है कि सावन पुत्रदा एकादशी के दिन इस उपाय को करने से मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है. साथ ही धन से जुड़ी दिक्कतें दूर होती हैं.
सावन पुत्रदा एकादशी के दिन सूखे हुए तुलसी की जड़ को गंगाजल से धोकर नए पीले रंग के वस्त्र में बांधकर तिजोरी में रख दें.
एकादशी के अगले दिन उस जड़ की माला बनाकर पूजन के दौरान भगवान विष्णु को अर्पित करें और दूसरे दिन तुलसी की माला घर के मुख्य द्वार पर लटका दें.