रक्षा बंधन का पावन पर्व भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक है जो हर साल सावन मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, रक्षा बंधन के दिन भद्रा रहित शुभ मुहूर्त में राखी बांधनी चाहिए.
इस साल रक्षा बंधन के दिन सुबह में का समय राखी बांधने के लिए शुभ नहीं है क्योंकि भद्रा काल सुबह 6 बजकर 21 मिनट से लेकर दोपहर 1 बजकर 30 मिनट तक है.
रक्षा बंधन के दिन राखी बांधने के लिए पहला शुभ मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 30 मिनट से लेकर 4 बजकर 31 मिनट तक है.
रक्षा बंधन के दिन राखी बांधने के लिए दूसरा शुभ मुहूर्त प्रदोष काल में शाम 7 बजकर 03 मिनट से लेकर रात 9 बजकर 19 मिनट तक रहेगा.
वैसे तो रखा बंधन के दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं, लेकिन अगर भाई नहीं है तो बरगद, केला, आंवला, तुलसी और नीम को राखी बांधी जा सकती है.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, आंवला, नीम और बरगद में त्रिदेव यानी ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वास होता है.
रक्षा बंधन के दिन इन वृक्षों में राखी बांधने से तीनों देवता का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इसके अलावा, बहनें अपने चचेरे भाई, ममेरे भाई या कोई धर्म का भाई हो तो उन्हें भी राखी बांध सकती हैं.