सावन की इस एकादशी का व्रत रखने से मिलता है संतान सुख का वरदान

सावन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को पुत्रदा एकादशी कहा जाता है. इस साल सावन पुत्रदा एकादशी का व्रत 16 अगस्त को रखा जाएगा. 

पुत्रदा एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की जाती है. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन विधि-विधान से पूजा-अर्चना करने से संतान सुख प्राप्त होता है.

पुत्रदा एकादशी का व्रत संतान से संबंधित है. ऐसे में इस दिन भगवान विष्णु की पूजा के अलावा श्रीकृष्ण के लड्डू गोपाल स्वरूप की पूजा करनी चाहिए.

मानसिक परेशानियों से मुक्ति पाने के लिए पुत्रदा एकादशी के दिन पूजन के दौरान भगवान विष्णु को पीले फूल अर्पित करें. 

पुत्रदा एकादशी के दिन भगवान विष्णु को खीर का भोग लगाने से करियर और कारोबार में सफलता मिलती है. 

पुत्रदा एकादशी के दिन भगवान विष्णु के भोग में तुलसी का पत्ता जरूर डालें. ऐसा करने से भगवान की कृपा प्राप्त होती है.

पंचांग के अनुसार, सावन शुक्ल एकादशी तिथि की 15 अगस्त को सुबह 10 बजकर 26 मिनट से लेकर 16 अगस्त को सुबह 9 बजकर 39 मिनट तक है. 

सावन पुत्रदा एकादशी व्रत का पारण 17 अगस्त को सुबह 5 बजकर 51 मिनट से 8 बजकर 5 मिनट के बीच किया जा सकता है.