ये हैं भारत के 5 रहस्यमयी मंदिर, हकीकत जानने में Science भी हुई फेल
पूरी दुनिया तमाम ऐसी रहस्यमयी चीजों से भरी हुई है, जो हमारी कल्पनाओं से भी परे है.
21वीं सदी में जब साइंस और टेक्नोलॉजी के दम पर मंगल ग्रह पर जीवन ढूंढा जा रहा है, और वहां पर बस्तियां बसाने की तैयारी हो रही है, उस दौर में भी साइंस इन रहस्यों का पता लगाने में फेल साबित हुई है.
कुछ ऐसा ही भारत के इन 5 मंदिरों का रहस्य भी है, जिसके बारे में आज तक वैज्ञानिक भी कुछ सटीक जानकारी नहीं जुटा पाए हैं.
इन मंदिरों के ये रहस्य सनातन धर्म को मानने वालों में और ज्यादा आस्था का भाव भी भर रहे हैं.
गुवाहाटी के नजदीक स्थित मां कामाख्या मंदिर है, बताया जाता है कि मंदिर में एक पत्थर से हमेशा पानी निकलता रहता है, महीने में एक बार खून की धारा बहती है. यह क्यों और कैसे होता है, ये आज भी रहस्य बना हुआ है.
उज्जैन में स्थित काल भैरव मंदिर में प्रसाद के रूप में शराब का भोग लगाया जाता है. कहा जाा है कि जैसे ही शराब के प्याले को उनके मुख से लगाते हैं, तो प्याला खाली हो जाता है.
राजस्थान में स्थित मेहंदीपुर बालाजी मंदिर को लेकर मान्यता है कि यहां पर हनुमान जी जागृत अवस्था में विराजमान हैं. जिन लोगों पर नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव होता है, वो यहां पर आते ही ठीक हो जाते हैं.
करणी माता का मंदिर राजस्थान के बीकानेर जिले के देशनोक में स्थित है. यहां पर करीब 2500 चूहे मौजूद हैं.धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, जो लोग सफेद चूहा देख लेते हैं उनकी मनोकामना पूरी हो जाती है.
हिमाचल प्रदेश के कालीधार पहाड़ी के बीच माता ज्वाला देवी का प्रसिद्ध ज्वालामुखी मंदिर है. माता सती के जीभ के प्रतीक के तौर पर ज्वालामुखी मंदिर में धरती से ज्वाला निकलती है. जो हमेशा जलती रहती है. जिसके बारे में अब तक कोई जानकारी वैज्ञानिक भी नहीं जुटा पाए हैं.