Holi With Natural Colors: होली के रंग चुनते समय ऐसे करें असली और मिलावटी रंगों की पहचान

थोड़ा सा रंग पानी में डालकर देखें, यदि रंग पूरी तरह से घुल जाता है, तो यह प्राकृतिक हो सकता है. यदि नहीं घुलता, तो इसमें CHEMICALS हो सकते हैं.

रंग को सूंघकर देखें, यदि उसमें केमिकल या पेट्रोल जैसी गंध आती है, तो वह नकली हो सकता है, क्योंकि प्राकृतिक रंगों में ऐसी गंध नहीं होती है.

अत्यधिक चमकदार रंगों में शीशे की मिलावट हो सकती है, जो हमारी त्वचा के लिए हानिकारक है. 

रंग खरीदते समय उसके पैकेट पर लिखी चीज़ें, तारीख और कंपनी का नाम जरूर देखें. 

असली रंग अच्छे पैकेट में आते हैं और उन पर सारी जरूरी जानकारी लिखी होती है 

प्राकृतिक रंगों की उत्पादन लागत अधिक होती है, इसलिए वे महंगे होते हैं. बहुत सस्ते रंगों में मिलावट की संभावना अधिक होती है.

आप फूलों, हल्दी और बेसन जैसी प्राकृतिक सामग्रियों से घर पर ही हर्बल रंग बना सकते हैं, जो सुरक्षित और त्वचा के लिए लाभदायक होते हैं.  

इन सुझावों का पालन करके आप होली के दौरान सुरक्षित और स्वस्थ रंगों का चयन कर सकते हैं, जिससे आपकी त्वचा और स्वास्थ्य सुरक्षित रहेंगे.