आखिर शनि देव क्यों कर बैठे अपने पिता सूर्य से शत्रुता? क्या आपको है पता
पौराणिक मान्यता के अनुसार, सूर्य देव की पत्नी संज्ञा अपने पति की गर्मी से परेशान रहती थीं और उन्हें छोड़कर तपस्या करना चाहती थीं.
संज्ञा जब अपने पति सूर्य को छोड़कर तपस्या करने के लिए निकलीं तो उसके पहले उन्होंने एक छवि बनाईं जिसका नाम छाया रखा.
छाया ने अपने घर और अपने दो बच्चों की देखभाल का भार यम और यमुना पर छोड़ दिया.
संज्ञा ने छाया को चेतावनी की दी वह उसके पति सूर्य के पास ना जाएं और न ही उनसे संबंध बनाएं.
संज्ञा के चले जाने के बाद छाया ने घर की देखभाल की लेकिन सूर्य देव इस सच्चाई से अनजान थे कि वह उसकी पत्नी नहीं है.
सूर्य देव एक और बच्चा चाहते थे मगर छाया इसके लिए हिचकिचाई लेकिन फिर वो मान गई और एक बच्चा को जन्म दिया.
सूर्य देव उस बच्चे को देखकर क्रोधित हो गए वह सूर्य के विपरीत आकर्षक होने के बजाए काला रंग का था.
पहले सूर्य देव को लगा कि वह किसी और का बच्चा है और जिसे उसकी पत्नी उनका नाम देना चाहती है.
सूर्य देव इतने क्रोधित हो गए कि उन्होंने बच्चे सहित मां का भी त्याग कर दिया.
सूर्य देव अपना शापित चेहरा लेकर शिवजी की पास पहुंचे. जिसके बाद शिवजी ने पूरा सच बताया.
इसके बाद सूर्य देव को अपनी गलती का अहसास हुआ और उन्होंने छाया से मांफी मांगी.
कहा जाता है कि इस घटना के बाद से ही शनि देव और सूर्य के संबंध खबर खराब हो गया.