सावन के महीने में महिलाएं भगवान शिव और पार्वती की पूजा अपने पति की लंबी उम्र, खुशहाली और अच्छे स्वास्थ्य के लिए करती हैं.
सावन में अविवाहित महिलाएं भी मनचाहे वर की प्राप्ति के लिए सावन सोमवार का व्रत रखती हैं.
सावन में ही माता पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में प्राप्त करने के लिए कठोर तपस्या की थी, इसलिए भी यह व्रत महत्वपूर्ण है.
कहा जाता है कि अगर कुंवारी लड़कियां सावन के सोमवार का व्रत करती है तो अच्छे पति मिलते हैं और योग्य जीवनसाथी का आशीर्वाद भी मिलता है.
इसके अलावा अगर कुंवारी महिलाओं के विवाह में देरी होती है तो सावन का व्रत करने से सभी बाधाएं दूर हो जाती है. भगवान शिव के आशीर्वाद से शादी भी जल्दी हो जाती है.
हरा रंग खुशहाली के साथ सावन के महीने का प्रतीक भी माना जाता है. इस महीने में सुहागिन महिलाएं अपने हाथ में हरी-हरी चूड़ियां जरूर पहनती हैं.