1983 वर्ल्ड कप विजेता टीम के खिलाड़ी कीर्ति आजाद ने क्रिकेट के बाद राजनीति में कदम रखा. वह दरभंगा से 3 बार सांसद रहे. फिर 2019 में कांग्रेस ज्वाइन की. फिर तृणमूल कांग्रेस में चले गए.

भारतीय टीम के पूर्व ओपनर नवजोत सिंह सिद्धू ने बीजेपी के साथ साल 2004 में राजनीति में कदम रखा. 2016 में उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन कर ली.

मोहम्मद अजहरुद्दीन ने क्रिकेट के बाद साल 2009 में कांग्रेस ज्वाइन की. पिछले साल हुए तेलंगाना विधानसभा चुनाव में वह चुनावी मैदान में उतरे लेकिन उन्हें हार झेलनी पड़ी.

मोहम्मद कैफ क्रिकेट के बाद राजनीति में एंट्री मारी और कांग्रेस से 2014 के लोकसभा चुनाव में फूलपुर से उतरे. जहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा.

पूर्व तेज गेंदबाज एस श्रीसंत साल 2016 में केरल विधानसभा चुनाव में उतरे. जहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा.

गौतम गंभीर ने साल 2019 में बीजेपी ज्वाइन की और पूर्वी दिल्ली से शानदार जीत दर्ज कर संसद पहुंचे. अब गंभीर इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगे.

पूर्व भारतीय क्रिकेट विनोद कांबली राजनीति में उतरे लेकिन वह सफल नहीं हो पाए.

पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी इस समय पश्चिम बंगाल सरकार में खेल मंत्री हैं.

पूर्व दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह इस समय आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद हैं.

टीम इंडिया के पूर्व चीफ सेलेक्टर चेतन शर्मा भी राजनीति पारी खेल चुके हैं. इसके अलावा दिवंगत चेतन चौहान भी यूपी सरकार में मंत्री रह चुके हैं.