1996 बैच के आईपीएस अधिकारी और यूपी पुलिस के आईजी नवनीत सिकेरा अक्सर सुर्खियों में रहते हैं. यूपी में कानून व्यवस्था को मजबूत करने में इनके किए गए कामों के बारे में आज भी लोग बात करते हैं.
1998 बैच के आईपीएस अधिकारी अमित लोढ़ा हैं. गब्बर सिंह ऑफ शेखपुरा के खिलाफ कार्रवाई के कारण राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध हो गए.
सौम्या सांबसिवन हिमाचल प्रदेश की पहली महिला पुलिस अधीक्षक (एसपी) हैं. वो अपनी अनुशासन के लिए जानी जाती है.
सचिन अतुलकर मध्य प्रदेश के आईपीएस अधिकारी हैं. वो 22 साल की उम्र में आईपीएस अधिकारी बने थे.
आईपीएस अधिकारी एके रवि कृष्ण आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले में पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनात हैं. उन्होंने कपात्राला के पूरे गांव को इस समय गोद लिया जब गांव में गुटबाजी और हत्या का दौर चल रहा था.
2006 बैच के आईपीएस अधिकारी शिवदीप वमन लांडे है. अपराधियों के बीच उनका खौफ तो रहता ही है.
1981 बैच के पूर्व आईपीएस अधिकारी डॉ. नजरुल को एक ऐसे सिविल सेवक के रूप में जाना जाता है जिन्होंने मंत्रियों और अन्य सरकारी अधिकारियों द्वारा भ्रष्ट आचरण से लड़ने के लिए कड़ी मेहनत की है.
आईपीएस अधिकारी संजुक्ता पाराशर एक सख्त पुलिसकर्मी हैं. असम की आयरन लेडी के नाम से मशहूर इस अधिकारी ने असम के दुर्गम इलाकों में आतंकवाद विरोधी अभियान का नेतृत्व करते हुए मात्र 15 महीनों में 16 बोडो उग्रवादियों को ढेर किया.
डी रूपा कर्नाटक कैडर की आईपीएस अधिकारी हैं. भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी कार्रवाई के लिए उन्होंने अपनी एक अलग पहचान बनाई है.
2005 बैच के आईपीएस अधिकारी मनु महाराज हैं. वो अपनी इस तस्वीर के कारण भी चर्चा में आए जिसमें वे एक एके-47 के साथ एक गैंगवार में शामिल होते हुए दिखाई दिए थे.