हर साल निकलने वाली भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा में देश-विदेश के लोग शामिल होते हैं.

यात्रा के लिए लकड़ी के पहियों से बने रथ को काफी खूबसूरती के साथ बनाया जाता है.

यात्रा के दौरान भगवान जगन्नाथ अपने बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ नगर भ्रमण पर निकलते हैं.

इसके लिए तीन रथ तैयार किए जाते हैं.

भगवान जगन्नाथ के प्राचीन मंदिर में इसकी तैयारियां पहले से ही शुरु हो जाती हैं.

इस रथ यात्रा में  शामिल होने के लिए देश ही नहीं विदेश से भी श्रद्धालु आते हैं.

भगवान जगन्नाथ के रथों को श्री गुंडिचा मंदिर तक खींचा जाता है, जो कि उनकी मौसी का घर भी कहा जाता है.

ओड़िशा में यह एक उत्सव की तरह मनाया जाता है.

ऱथ यात्रा के दौरान लाखों लोगों की भीड़ जमा हो जाती है.

रथ यात्रा के समापन के साथ ही भगवान वापस अपने मंदिर में विराजमान हो जाते हैं.