आपने कभी सोचा है ट्रेन टिकट पर लिखे PNR नंबर का क्या मतलब होता है? यहां जानें
भारतीय रेलवे आज देशभर के लोगों की लाइफ लाइन है. रेलवे के जरिए आज लाखों लोग एक जगह से दूसरी जगह तक अपना सफर पूरा करते हैं.
इतना ही नहीं कई बार ट्रेनों में भीड़ के कारण लोग महीनों पहले अपना टिकट बुक करा लेते हैं. लेकिन क्या आपने ध्यान दिया है कि हर टिकट के ऊपर एक पीएनआर नंबर होता है.
आज हम आपको बताएंगे कि आखिर पीएनआर का क्या मतलब होता है. हालांकि पीएनआर नंबर का नाम तो ज्यादातर लोगों ने सुना होगा, लेकिन बहुत कम यात्री यह जानते हैं कि यह 10 नंबर अपनी यात्रा के दौरान बहुत मदद कर सकता है.
PNR नंबर का फुल फॉर्म Passenger Name Record होता है. जैसा की इसके नाम से ही पता चल रहा है कि इस नंबर में पैसेंजर की सभी जानकारी दर्ज होती है. यह नंबर रिजर्वेशन करते वक्त ही पैसेंजर के लिए जनरेट किया जाता है.
आप कंफर्म सीट पता करने के लिए PNR नंबर की मदद ले सकते हैं. इस नंबर का पता करने के लिए सबसे पहले आप IRCTC की वेबसाइट पर क्लिक करें.
इसके बाद आप Online PNR नंबर ऑप्शन पर क्लिक करके जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
इसके अलावा मोबाइल पर SMS के जरिए भी PNR नंबर की मदद से ट्रेन की स्थिति का पता लगा सकते हैं. इसके लिए आपको अपनी पीएनआर नंबर रेलवे के 139 नंबर पर भेजना होता है.
बता दें कि 10 डिजिट में से पहले के तीन नंबर यह बताते हैं कि यात्री का रिजर्वेशन से किस जोन से हुआ है.
जैसे मुंबई जोन का नंबर है 8 और रिजर्वेशन मुंबई से दिल्ली के लिए हुआ है, तो आपका PNR नंबर 8 से शुरू होगा और बाकी के दो नंबर भी जोन के बारे में बताते हैं.
इसके बाद 7 नंबर में ट्रेन नंबर, डेट ऑफ जर्नी, यात्रियों के डिटेल्स आदि जानकारी दर्ज होती है. इसके साथ ही इन नंबरों में आपकी यात्रा किस स्टेशन से शुरू होकर कहां खत्म होगी यह भी जानकारी दी जाती है.
वहीं आप किस क्लास में ट्रैवल कर रहे हैं, जैसे एसी 1, एसी 2, एसी 3, स्लीपर की जानकारी भी इसमें दर्ज होती है.