प्राचीन काल से लेकर आधुनिक काल तक भारतीय इतिहास में पारंपरिक नृत्य का बेहद ही महत्व रहा है. बदलते वक्त के साथ अब कई तरह के डांस फॉर्म्स आ चुके हैं.
लेकिन भारत के कुछ क्सासिकल डांस का जलवा आज भी वैसे ही कायम है, बल्कि पहले जहां ये सिर्फ भारत में ही मशहूर थे वहीं अब इनके फैन विदेशों में भी हैं.
कथक (उत्तर प्रदेश) कथक उत्तर भारत का मशहूर शास्त्रीय नृत्य है, जिसमें डांस के जरिए कथा को प्रस्तुत किया जाता है. प्राचीन काल में कथक को कुशिलव के नाम से भी जाना जाता था.
मणिपुरी (मणिपुर) मणिपुरी नृत्य भारत के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर का एक शास्त्रीय नृत्य है. लोक परंपराओं और स्थानीय रीती-रिवाजें से परिपूर्ण यह नृत्य भारत के प्रमुख शास्त्रीय नृत्य में से एक है.
भरतनाट्यम (तमिलनाडु) भारत के सबसे प्राचीन कलाओं में से एक भरतनाट्यम का जन्म तमिलनाडु राज्य में हुआ था. यह दक्षिण भारत का सबसे लोकप्रिय नृत्य है.
कथकली (केरल) भारत का प्रसिद्ध शास्त्रीय नृत्य कथकली, जिसकी उत्पत्ति 1500 साल पहले दक्षिण भारत के केरल राज्य में हुई थी.
कुचिपुड़ी (आंध्र प्रदेश) दक्षिण भारतीय राज्य कुचिपुड़ी शास्त्रीय नृत्य का सबसे कठिन रूप माना जाता है. भगवान को समर्पित यह नृत्य लगभग हर धार्मिक कार्यों में देखा जा सकता है.
ओडिसी (ओडिशा) ओडिसी नृत्य, ओडिशा राज्य का शास्त्रीय नृत्य रूप, अपनी अद्भुत सुंदरता और अभिव्यक्ति के लिए जाना जाता है. पुरातात्विक साक्ष्यों के अनुसार, यह सबसे पुराने शास्त्रीय नृत्य रूपों में से एक है.
मोहिनीअट्टम (केरल) केरल का शास्त्रीय नृत्य मोहिनीअट्टम भी एक बेहद लाजवाब नृत्य है. जिसे लय, मुद्रा और संगीत के जरिए प्रस्तुत किया जाता है. यह नृत्य कला भगवान विष्णु के मोहिनी अवतार से प्रेरित माना जाता है.