महाशिवरात्रि का पर्व माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है
इस दिन भक्त पूरी श्रद्धा के साथ शिव की आराधना करते हैं
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान शिव ने कैलाश पर्वत पर माता पार्वती से विवाह किया था.
इस बार महाशिवरात्रि पर एक दिव्य और दुर्लभ संयोग बन रहा है.
18 फरवरी को शनि और सूर्य के अलावा चंद्रमा भी कुंभ राशि में विराजमान रहेंगे.
कुंभ राशि में शनि, सूर्य और चंद्रमा के मिलने से त्रिग्रही योग का निर्माण होगा.
जिन लोगों पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है उन लोगों को इस दिन जल में काले तिल मिलाकर भगवान शिव का जलाभिषेक करना चाहिए
जिन लोगों पर शनि की ढैय्या का प्रभाव है उन लोगों को महाशिवरात्रि के दिन पीपल के पेड़ में जल चढ़ाना चाहिए.
शनि की साढ़े साती और ढैय्या से प्रभावित लोगों के लिए महाशिवरात्रि का दिन विशेष है.
इस दिन आपको भगवान शिव जी के साथ-साथ हनुमान जी की भी पूजा करनी चाहिए.