आखिर किस भाषा से आया डरावना शब्द ‘भूत’ और क्या होता है इसका मतलब? जानें

कुछ शब्द ऐसे होते हैं, जो आते तो दूसरी भाषा से हैं लेकिन हमारी ज़िंदगी में यूं रच-बस जाते हैं कि हम अंतर ही नहीं कर पाते. 

वहीं कुछ शब्द हमारे अपने ही होते हैं लेकिन हम उन्हें दूसरी भाषा का समझ बैठते हैं. 

दरअसल कई शब्दों को हम अपनी रोज़ाना की बातचीत में शामिल करते हैं लेकिन ये नहीं जानते हैं कि इसकी उत्पत्ति कहां से हुई और इसका असली मतलब होता क्या है?

हममें से बहुत से लोग ऐसे होते हैं, जो भूत-प्रेतों का नाम सुनते ही कांप जाते हैं. अगर आप इनका ज़िक्र भी कर दें, तो खौफ से उनके होश उड़ जाते हैं. 

लेकिन कभी आपने सोचा है कि जिस शब्द से हम इतना डरते हैं, वो आखिर आया कहां से? ऐसे में आज हम आपको इसी शब्द के हिंदी और अंग्रेज़ी शब्द का मतलब बताएंगे.

आमतौर पर हमारे देश के ज्यादातर हिस्सों में भूत शब्द का इस्तेमाल एक ऐसे अलौकिक प्राणी के लिए होता है, जो मृत्युलोक से जा चुका है लेकिन वो बिना शरीर के मौजूद है. 

आखिर ये ‘भूत’ शब्द कहां से आया और बुरी आत्माओं के लिए इस्तेमाल होने लगा. अगर शाब्दिक अर्थ पर जाएं तो ‘भूत’ एक संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ होता है ‘अतीत’ या फिर बीत चुका होना.

जो चीज़ अस्तित्व में आ चुका हो, वही भूत है. यही वजह है कि बीते हुए समय को दर्शाने के लिए हिंदी में ‘भूतकाल’ का इस्तेमाल होता है. 

चूंकि आत्मा में अस्तित्व में रहकर जा चुकी है, ऐसे में उसके लिए लोक व्यवहार में भूत का उपयोग होने लगा.

इंग्लिश में भूत-प्रेत को Ghost कहा जाता है. ये शब्द इंग्लिश ज़रूर है, लेकिन ये कई भाषाओं और संस्कृतियों से होकर यहां तक पहुंचा. 

उत्तरी यूरोप में 1300 के आसपास बोली जाने वाली भाषा Old Norse में “geisa” नाम का शब्द था, जिसका मतलब भड़कना होता था. 

बाद में ये ghoisdo-s बन गया और इसका अर्थ क्रोध बन गया.धीरे-धीरे ये जर्मन संस्कृति में “gaistaz” बना, तो पुरानी इंग्लिश में ‘gast’ बना, जिसका मतलब डरना होता है. यहीं से ये बदलकर Ghost हो गया, जिसे भूतों के लिए इस्तेमाल करते हैं. ऐसे लोग, जो अचानक गायब हो जाते हों.