आखिर आम तूफान से कितना अलग होता है बर्फीला तूफान? यहां जान लीजिए 

आखिरकार बर्फीला तूफान और सामान्य तूफान में क्या फर्क है? चलिए जानते हैं.

बर्फीला तूफान तब आता है, जब बारिश की बूंदें ठंडी हवाओं के संपर्क में आती हैं और बर्फ की परत बन जाती है.

इस दौरान हवा के गर्म और ठंडे परतों का प्रभाव होता है, जिससे बर्फ के टुकड़े आंशिक रूप से पिघलकर फिर से जमकर बर्फ के गोले बन जाते हैं.

तेज हवाएं इन बर्फ के टुकड़ों को ऊपर उठाती हैं, जिससे बर्फीला तूफान बनता है.

बर्फ के टुकड़े तब जमीन पर गिरते हैं, जब पानी की बूंदें -40°F और 32°F के बीच के तापमान पर क्रिस्टलीकृत हो जाती हैं.

बर्फीला तूफान में बर्फ की जमावट और हवा की तेजी दोनों का बड़ा योगदान होता है.

दूसरी ओर, सामान्य तूफान तब उत्पन्न होता है जब समुद्र का तापमान बढ़ता है, जिससे ऊपर की हवा गर्म और नम हो जाती है.

यह हवा हल्की होने के कारण ऊपर उठती है, जिससे कम दबाव का क्षेत्र बनता है. इस दबाव के कारण तेज हवाएं बनती हैं, जो आंधी-तूफान का कारण बनती हैं.

वहीं सामान्य तूफान अधिकतर समुद्र के किनारे और उच्च दबाव वाले क्षेत्रों में होते हैं, जबकि बर्फीला तूफान ठंडे क्षेत्रों में अधिक प्रभावी होता है.