आखिर कौन था वो मुगल बादशाह जिसने अपनी ही बेटी से कर ली थी शादी? जानें 

मुगलों ने कई सौ सालों तक हमारे देश में राज किया, इस दौरान उन्होंने देश में कई अच्छी चीजों का निर्माण भी कराया.

लेकिन दूसरी तरफ मुगलों के जीवन को लेकर भी कई सवाल उठते हैं जिसमें उनका रहन सहन, हरम की कहानियां, मुगलों की क्रूरता के किस्से शामिल हैं. 

मुगल बादशाह शाहजहां को लेकर भी एक दावा किया जाता है कि वो ऐसा राजा था कि उसने अपनी ही बेटी से शादी कर ली थी. 

इतिहासकारों के मुताबिक, शाहजहां ने अपनी बेटी जहांआरा से शादी की थी. ये फैसला उन्होंने अपनी बेटी को अपने पास रखने के इरादे से लिया था. 

कुछ लोगों का ये भी मानना है कि पत्नी की मौत के बाद वो अपना दिमागी संतुलन खो बैठा था. जहां एक तरफ ताज  महल का जिक्र आता है कि वो शाहजहां ने अपनी पत्नी की मुहब्बत में बनवाया था.

तो वहीं दूसरी तरफ एक कहानी ये भी निकलकर सामने आती है कि शाहजहां ने अपनी सगी बेटी से ही निकाह कर लिया था.

जिस पत्नी की याद में शाहजहां ने ताजमहल का निर्माण कराया था उसी की मौत के बाद अपनी बेटी से भी निकाह किया.

कुछ इतिहासकारों का ये मानना है कि ये फैसला शाहजहां ने इसलिए लिया क्योंकि जहांआरा मुमताज की तरह ही दिखती थी. 

शाहजहां अपनी बीबी की जुदाई सहन नहीं कर पाया तो उसने मुमताज की तरह दिखने वाली अपनी बेटी से ही शादी कर ली.

हालांकि कुछ लोगों का ये भी मानना है कि मुमताज की मौत के बाद शाहजहां अपना दिमागी संतुलन खो चुका था, हालांकि इस बात पर कई मतभेद हैं. 

शाहजहां के 14 बच्चे थे, 14वें बच्चे की डिलीवरी के समय ही मुमताज की मृत्यु हो गई थी. इस दौरान जहांआरा महज 17 साल की थी. कहा जाता है कि जहांआरा ने इस शादी पर कोई आपत्ति नहीं जताई क्योंकि वह भी अपने पिता की स्थिति से बहुत परेशान थी. 

जहांआरा को एक प्रतिभाशाली शहजादी माना जाता है जिसको राजनीति के बारे में भी बहुत समझ थी.