आखिर किसकी मोब्बत थी अनारकली, क्या अकबर ने वाकई में उसे दीवार में चुनवाया?
वैसे तो इतिहास के पन्नों में कई अधूरी प्रेम कहानियां दर्ज हैं. इन्हीं में सलीम-अनारकली की अमर प्रेम कहानी का जिक्र भी आता है.
लेखक सैयद अब्दुल लतीफ की माने तो अकबर ने शक के बुनियाद पर अनारकली को जिंदा दीवार में चुनवा दिया था.
देखने में बेहद खूबसूरत अनारकली का नाम नादिरा बेगम था वह ईरान से आईं थीं.
सलीम ने भी जब अनारकली को देखा तो उसकी खूबसूरती के कायल हो गए.
नूर अहमद चिश्ती ने अपनी पुस्तक तहकीकात-ए-चिश्तिया में अनारकली के बारे में लिखते हैं की वो अकबर की पसंदीदा रखैल थीं. वो महलों में नाचा करती थी.
अनारकली और मुगल शहजादा सलीम के साथ प्रेम संबंध बन गए.
जब इस बात का पता अकबर को चला तो उन्होंने अनारकली को कठोर सजा देने का निर्णय लिया.
अकबर ने आदेश दिया कि अनारकली को जिंदा दीवार में चुनवा दिया जाए. हालांकि इस कहानी का कोई एतिहासिक प्रमाण नहीं है.
इतिहासकारों के बीच इस कहानी की सत्यता को लेकर मतभेद हैं.
कुछ इतिहासकार इसे पूरी तरह से काल्पनिक मानते हैं, तो कुछ इसे आंशिक रूप से सत्य मानते हैं.
अनारकली का मकबरा पाकिस्तान के लाहौर में स्थित है.