आखिर क्यों इंसानों के हाथ-पांव में होती है 5 उंगलियां? जानिए इसके पीछे का रहस्य

हम सभी के शरीर की संरचना एक जैसी ही होती है, भले ही उनकी शक्ल-सूरत अलग हो. मसलन दो हाथ-दो पैर, एक नाक, दो आंख, दो कान या फिर हर हाथ और पांव में 5-5 उंगलियां.

लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि उंगलियों की संख्या सभी के हाथों में एक जैसी ही क्यों होती है?

इंसान ही नहीं कुत्ते, बिल्ली, बंदर, चिंपैंजी जैसे मैमल्स के हाथों में भी 5 उंगलियां होती हैं. आखिर ऐसा क्यों हैं कि इन सबके हाथ में 5 ही उंगलियां होती हैं, ये 4 या 6 भी हो सकती हैं. 

आपने कुछ इंसानों के हाथ में 6 उंगलियां देखी भी होंगी लेकिन ये इक्का-दुक्का केस होते हैं.

यही वजह है कि आप कंगारू और बंदर के पंजों से लेकर बिल्ली और कुत्ते के पंजों तक में वही 5 उंगलियां देखेंगे.

दरअसल मैमल्स स्तनधारी जीवों का समूह होता है, जो दुनिया भर में मौजूद है. इसमें वे सभी जानवर आते हैं, जो अपने बच्चे पैदा करते हैं और उन्हें मां का दूध मिलता है. इंसान भी इन्हीं में से एक है. 

दरअसल हाथ-पैर में 5 उंगलियां होने के पीछे एक वैज्ञानिक वजह काम करती है. वैज्ञानिकों के मुताबिक ये कमाल हमारे शरीर में मौजूद हॉक्स जीन का है. 

ये जीन प्रोटीन को एनकोड करते हैं, जो दूसरे जींस की एक्टिविटी को कंट्रोल करने और उन्हें स्टार्ट या क्लोज़ करने में मदद करते हैं. 

वैज्ञानिक के मुताबिक इंसान और जीव-जंतुओं के पूर्वज एक ही हैं और उनका विकास समय और ज़रूरत के मुताबिक हुआ है. 

मैमल्स सुपरक्लास टेट्रापोडा से संबंधित हैं, जिनमें रेंगने वाले जीवों से लेकर पक्षी तक शामिल हैं. ऐसे में इन सबमें 5 उंगलियां होती ही हैं.

एक अचंभित करने वाले फैक्ट ये भी है कि उत्तरी जिंबाब्वे के कायेमबा (Kayemba) इलाका में, वडोमा (Vadoma Tribe) जनजाति के लोग रहते हैं. 

इन लोगों को डेमा या डोमा नाम से भी जाना जाता है. इन्हें ऑस्ट्रिच फुट सिंड्रोम की बीमारी है. नाम ही आप समझ सकते हैं कि इनके पैर शुतुरमुर्ग जैसे नजर आते हैं.