आखिर क्यों सीधे रास्ते पर उड़ने की जगह घुमावदार रास्ता चुनते हैं विमान? जानें वजह
अगर आप एयरलाइन्स से कई बार यात्रा करते हैं तो आपने विमान के उड़ान के रूट को लेकर एक अजीबोगरीब चीज नोटिस की होगी.
विमान कभी भी एक से दूसरी जगह की उड़ान सीधे रास्ते से नहीं तय करता वो हमेशा घुमावदार रास्ता चुनता है. ऐसे में आइए जानते हैं ऐसा क्यों होता है?
पृथ्वी की चपटी गोलाकार आकृति के कारण विमान एक सीधे रास्ते पर नहीं उड़ते हैं.
चपटी गोलाकार आकृति के चलते पृथ्वी पर दो बिंदुओं के बीच की सबसे छोटी दूरी एक सीधी रेखा नहीं बल्कि एक आर्क है जिसे ग्रेट सर्कल रूट कहा जाता है. मौजूदा मानचित्र के चलते भी विमान घुमावदार रास्ते चुनते हैं.
उदाहरण के लिए उत्तरी अमेरिका से यूरोप की ओर उड़ान भरते समय ग्रेट सर्कल मार्ग अक्सर अटलांटिक को सीधी रेखा में पार करने के बजाय ग्रीनलैंड और उत्तरी अटलांटिक के ऊपर से गुजरता है.
हालांकि यह घुमावदार रास्ता सपाट नक्शे पर लंबा लग सकता है लेकिन यह वास्तव में यात्रा करने का सबसे कुशल तरीका है.
एयरलाइन्स ईंधन दक्षता और सुरक्षा को प्राथमिकता देती है जो उड़ान पथ को प्रभावित करती है. ग्रेट सर्कल मार्गों पर उड़ान भरकर हवाई जहाज कम ईंधन का उपयोग करते हैं क्योंकि यात्रा की गई दूरी कम हो जाती है.