आखिर क्यों दुनिया की सबसे बुद्धिमान प्राणी कहलाती है छोटी सी मधुमक्खी? जानें

आमतौर पर हम मधुमक्खियों को शहद बनाने वाले छोटे कीड़े मानते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये छोटे जीव दुनिया के सबसे बुद्धिमान प्राणियों में से एक है? 

ये अपनी जटिल सामाजिक संरचना, बेहतरीन संचार तंत्र और असाधारण इंजीनियरिंग कौशल के कारण मधुमक्खियां वैज्ञानिकों को सदियों से हैरान करती रही है. 

बता दें मधुमक्खियों की लगभग 20,000 प्रजातियां पाई जाती है जिनमें से 270 ब्रिटेन में रहती है. 90 प्रतिशत से ज्यादा मधुमक्खी प्रजातियां एकाकी होती है. 

लेकिन, बाकियों में मधुमक्खियां और भौंरे शामिल होते हैं ये सामाजिक रूप से कॉलोनियों में रहते हैं जिनमें एक रानी, मादा श्रमिक और नर ड्रोन होते हैं. 

इंसानों की ही तरह मधुमक्खियों की भी सामाजिक संरचटना होती है. एक-एक कॉलोनी में लाखों मधुमक्खियां होती हैं और सभी का अपना अलग काम होता है.

इंसानों की ही तरह मधुमक्खियों की भी सामाजिक संरचना होती है. एक-एक कॉलोनी में लाखों मधुमक्खियां होती हैं और सभी का अपना अलग काम होता है. 

इनकी कॉलोनी में तीन खास वर्ग होते हैं रानी मधुमक्खी, श्रमिक मधुमक्खियां और ड्रोन मधुमक्खी. रानी का काम अंडे देना होता है श्रमिक मधुमक्खियां कॉलोनी की देखभाल करती हैं और शहद इकट्ठा करती हैं.

जबकि ड्रोन का काम रानी के साथ प्रजनन करना होता है. मधुमक्खियों में काम के बांटने की कला से ही ये साफ होता है कि वो कितनी सामाजिक और दिमागदार जीव हैं. 

मधुमक्खियां अपनी कॉलोनी के अंदर बातचीत के लिए खास तरीका इस्तेमाल करती हैं. वो अपने साथियों से बात करने के लिए डांस करती हैं. इस डांस को वागल डांस कहा जाता है. 

इस डांस में शहद की दिशा और दूरी दोनों का संकेत होता है. यह नृत्य दिखाता है कि शहद का स्रोत कॉलोनी से कितनी दूर और किस दिशा में है.