आखिर दिवाली के दिन क्यों बनाई जाती है ये सब्जी? जानें इसके पीछे की खास वजह

दिवाली के मौके पर तरह-तरह के पकवान, मिठाइयां खरीदी जाती हैं और लोग अपने घरों में बनाते भी हैं.

वहीं कुछ रीति-रिवाजों और मान्यताओं के अनुसार दिवाली के दिन सूरन या जिमीकंद (Jimikand) की सब्जी भी बनाने का रिवाज है.

कुछ लोगों का मानना है कि दिवाली के शुभ अवसर पर सूरन की सब्जी बनाना शुभ होता है.

आखिर क्यों बनाई जाती है दिवाली पर सूरन की सब्जी और इसके फायदे और बनाने का तरीका क्या है, यहां जानिए.

सूरन खाना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, दीपावली के दिन सूरन या जिमीकंद की सब्जी बनाने और खाने से घर में सुख-समृद्धि आती है.

जब आप इसे जड़ से काटते हैं तो वह दोबारा उग जाता है. इसी वजह से इसे सुख-समृद्धि से जोड़कर देखा जाता है. ओल या सूरन को समृद्धि का प्रतीक माना जाता है.

जब आप इसे जड़ से काटते हैं तो वह दोबारा उग जाता है. इसी वजह से इसे सुख-समृद्धि से जोड़कर देखा जाता है. ओल या सूरन को समृद्धि का प्रतीक माना जाता है.

उसी तरह से इस सब्जी को दिवाली के दिन खाने से घर में तरक्की, समृद्धि आती रहती है.