आखिर क्यों पड़ा लक्स का नाम Lux? ये हैं इसके पीछे की रोचक कहानी

लक्स साबुन अपने 100वें साल में प्रवेश कर चुका है.

भारत में शायद ही कोई ऐसा शख्स होगा जो लक्स साबुन से न नहाया हो.

आपको जानकर हैरान होगी कि इसकी शुरुआत कपड़े धोने के साबुन से हुई थी. बाद में ये महिलाओं की ब्यूटी से जुड़ा प्रोडक्ट बन गया. 

दुनिया की बड़-बड़ी हस्तियां इस साबुन का विज्ञापन कर चुकी है. वहीं इसका विज्ञापन शाहरुख खान भी कर चुके हैं. 

साल 1885 में इंग्लैंड के दो भाइयों विलियम लीवर और जेम्स लीवर ने साबुन बनाने की एक छोटी फैक्टरी शुरू की. इन भाइयों को लीवर ब्रदर्स के नाम से भी जानते हैं.

इन्होंने सबसे पहले कपड़े धोने के लिए साबुन बनाया था. बाद में उन्हें पता चला कि इससे महिलाएं नहाती भी हैं.

बस, यहीं से इनके दिमाग में आया कि इसके फॉर्मूला में कुछ ऐसा बदलाव किया जाए कि इसका इस्तेमाल महिलाएं सिर्फ नहाने में ही करें. 

इसके बाद लीवर ब्रदर्स ने एक केमिस्ट को अपना पार्टनर बनाया और साबुन में ग्लिसरीन और पॉम ऑइल मिलाया. इससे साबुन में झाग बनने लगे और इससे खुशबू आने लगी.

लीवर ब्रदर्स ने इसे हनी सोप के नाम से लॉन्च किया था. इसके कुछ समय बाद इन्होंने इसे नया नाम सनलाइट दिया.

इसका नाम फिर से बदल गया और फिर लक्स कर दिया गया. लीवर ब्रदर्स नाम की यह कंपनी अब यूनिलीवर के नाम से जानी जाती है.

लीवर ब्रदर चाहते थे कि इनके साबुन के नाम में लग्जरी अहसास हो साथ ही नाम ऐसा हो कि हर शख्स की जुबां पर चढ़ जाए.

बस, उन्होंने लग्जरी से इंस्पायर होकर साबुन का नाम लक्स रख दिया. लक्स एक लैटिन शब्द है जिसका मतलब लाइट यानी रोशनी होता है.