अग्निपथ योजना के तहत आर्मी, नेवी और एयर फोर्स में चार साल के लिए नौजवानों को कॉन्ट्रैक्ट पर भर्ती किया जाता है
इस योजना के 4 साल में छह महीने की ट्रेनिंग भी शामिल है, 4 साल बाद जवानों को उनकी कार्यक्षमता के आधार पर रेटिंग दी जाएगी
मेरिट के आधार पर 25% अग्निवीरों को सेना की परमानेंट सर्विस में लिया जाएगा, बाकी युवा वापस सिविल सोसायटी में आ जाएंगे.
Agneepath Scheme में ऑफिसर रैंक के नीचे के सैनिकों की भर्ती होगी, यानी इनकी रैंक पर्सनल बिलो ऑफिसर रैंक यानी PBOR के तौर पर होगी
इन सैनिकों की रैंक भारतीय सेना में अभी होने वाली कमीशंड ऑफिसर और नॉन-कमीशंड ऑफिसर की नियुक्ति से अलग होगी
किसी युवा को अग्निवीर बनने के लिए 17.5 साल से 21 साल का होना जरूरी है, साथ ही कम से कम 10वीं पास होना जरूरी है