अनोखा गांव, जहां लड़कियां 12 साल की होती ही बन जाती हैं लड़का, ऐसा क्यों?

कई बार ऐसा इंसानों के साथ भी होता है. जैसे भारत में एक गांव है जहां लड़कियां 12 साल के बाद लड़का बनने लगती हैं.

दरअसल इस गांव का नाम है ला सेलिनास (La Salinas) जो कि डोमिनिकल रिपब्लिक (Dominican Republic ) देश में है.

इस गांव में बड़े होने के बाद इस गांव की लड़कियों का जेंडर अपने आप चेंज हो जाता है. इसके बाद यहां की लड़कियां, लड़का बन जाती हैं.

इस गांव में सबसे बड़ी समस्या यह है कि यहां पैदा तो लड़कियां होती हैं. जब वो 12 साल की होती हैं तो वह लड़का बन जाती है.

इस गांव की जनसंख्या महज 6 हजार है, लेकिन फिर भी यह छोटा सा गांव दुनिया के शोधकर्ताओं के लिए शोध का विषय बन चुका है.

वर्ल्ड मैप में इस गांव की पहचान एक रहस्यमयी गांव के तौर पर की जाती है. स्‍थानीय लोगों का मानना है कि गांव पर किसी अदृश्य शक्ति का साया है, वहीं कुछ लोग गांव को शापित मानते हैं.

बीमारी से पीड़ित इन बच्चों को बुरी नजर से देखा जाता है. ऐसे बच्‍चों को ‘ग्वेदोचे' के नाम से बुलाया जाता है. लोकल भाषा में 'ग्वेदोचे' शब्द का मतलब किन्नर होता है. 

दरअसल ये बीमारी एक आनुवंशिक विकार है और इससे ग्रस्‍त बच्‍चों को ‘सूडोहर्माफ्रडाइट' कहते हैं.

गौरतलब है कि इस बीमारी में लड़की के रूप में पैदा हुए कुछ बच्चों के शरीर में खास उम्र के बाद धीरे-धीरे पुरुषों जैसे अंग बनने लगते हैं. उनकी आवाज भी बदलने लग जाती है.

कई एक्सपर्ट्स के अनुसार इस बीमारी का उपचार खोजने की कोशिश की, लेकिन वह सफल नहीं हो सके. शोध कहता है कि इस गांव में 90 में से एक बच्चा इस बीमारी से जूझ रहा है

स्यूडोहोर्मैफ्रैडाइट कहा जाता है. ऐसे में जब बच्चा पैदा होता है तब वह लड़की रहता है. लेकिन धीरे-धीरे वह लड़का में बदलने लगती है.