इस होटल के डिजाइन और उसके हर कमरे का इंटीरियर देखकर लोग तारीफ करते नहीं थक रहे हैं.
यह होटल यहां ठहरने वाले गेस्ट्स को एक अलग ही अनुभव करवाता है.
रिपोर्ट के अनुसार, इस गजब के होटल का निर्माण बेकार पड़ी हुई जमीन के टुकड़े पर किया गया है.
देखा जा सकता है कि, यह जमीन गली और घरों के बीच में है, जिसका इस्तेमाल स्थानीय लोग डंपिंग ग्राउंड के रूप में कर रहे थे.
बताया जा रहा है कि, इस इमारत को पिटुरूम्स प्रोजेक्ट के हिस्से के रूप में वास्तुकार ऐरी इंद्रा द्वारा डिजाइन किया गया है, जिन्होंने सिंगापुर और जकार्ता में एक आर्किटेक्ट के रूप में ट्रेनिंग ली है.
कहा जा रहा है कि, खुलने के बाद से अब तक यहां 95 फीसदी इंडोनेशियाई गेस्ट्स रहे हैं.
सात कमरों वाले इस होटल का नाम पिटुरूम्स इसलिए रखा गया है, क्योंकि जावानीस भाषा में पिटु का अर्थ- सात होता है.
खास बात यह है कि, इस होटल की टॉप मंजिल पर एक बार और रेस्टोरेंट भी है, जो यहां आने वाले मेहमानों को बेहद खास और अलग अनुभव करवाता है.