आइंस्टीन की चिट्ठी नीलाम करने वाली कंपनी क्रिस्टीज से जुड़े वरिष्ठ विशेषज्ञ पीटर क्लारनेट ने उनके लेटर को 'इतिहास के सबसे प्रभावशाली पत्रों में से एक' करार दिया है.
आइंस्टीन ने उस चिट्ठी में जर्मनी द्वारा परमाणु हथियारों पर काम करने की संभावना जताई थी, उन्होंने चेताया था कि ऐसे हथियार मानव सभ्यता के लिए बड़े विनाशकारी हो सकते हैं
आइंस्टीन ने एटॉमिक फिजिक्स में हुए विकास पर भी जोर दिया, जिसमें कहा गया कि यूरेनियम को ऊर्जा के एक नए और महत्वपूर्ण स्रोत" में बदला जा सकता है.
आइंस्टीन ने चेतावनी दी थी कि परमाणु ऊर्जा का उपयोग "अत्यंत शक्तिशाली बम" बनाने के लिए किया जा सकता है.
दावा किया जा रहा है कि आइंस्टीन ने अमेरिकी सरकार से न्यूक्लियर फ्यूजन को लेकर रिसर्च करने और परमाणु बम बनाने की सलाह दी थी.