चमगादड़ों की संख्या घटने से अमेरिका में इंसानों के बच्चों की मौतों में हुआ इजाफा, आखिर ऐसा क्यों?

चमगादड़ तो आपने भी खूब देखे होंगे, उत्तर भारतीय समाज में इंसानी बसावट के बीच इन जीवों की मौजूदगी को हीन-दृष्टि से देखा जाता है

मगर, दुनिया में अमेरिका की बात की जाए तो वहां एक शोध में ये सामने आया है कि चमगादड़ों की संख्या घटने से इंसानों के बच्चों की मौत की दर में वृद्धि हुई है

शोध करने वाले वैज्ञानिकों का कहना है कि अमेरिका में चमगादड़ों की संख्या घटने से नवजात शिशुओं की मृत्युदर 8% तक बढ़ गई है

वैज्ञानिकों के शोध के आधार पर यह बताया गया कि उत्तरी अमेरिका में चमगादड़ घटने के बाद इंसानों के 1,300 बच्चों की मौतें हुईं

इस बात का मतलब यह हुआ कि यदि अमेरिका में चमगादड़ों की संख्या ज्यादा होती तो इंसान के बच्चे भी ज्यादा जीवित रहते

अमेरिकी वैज्ञानिकों ने शोध के उपरांत कहा है कि इस संसार में चमगादड़ पारिस्थितिकी तंत्र के लिए बेहद जरूरी हैं

उत्तरी अमेरिका में चमगादड़ों की संख्या में भारी गिरावट आई, जिसके कारण वहां रहने वाले लोग कीट-पतंगों से ज्यादा परेशान हो गए

दरअसल, चमगादड़ मच्छर, मक्खी-डांस जैसे खतरनाक कीट-पतंगों को खाते हैं, और मच्छर-मक्खी जैसे कीट पतंगे इंसान के बच्चों के लिए बड़े हानिकारक होते हैं

dw.com की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में चमगादड़ों की संख्या घटने से वहां के किसानों ने कीटों से फसलों की रक्षा के लिए खेतों में कीटनाशकों का इस्तेमाल बढ़ा दिया है, इससे नवजात शिशुओं की मौतों में इजाफा हुआ है

‘साइंस' मैगजीन में पब्लिश हुए रिसर्च में बताया गया है कि वैश्विक जैव विविधता में गिरावट का मानवता पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा.