America ने छोड़ा Israel का हाथ, अकेले ईरान से कैसे लड़ेंगे नेतन्याहू?

इजराइल पर ईरान के जवाबी हमले के बाद क्षेत्र में जंग फैलने का डर बना हुआ है.

1 अप्रेल को सीरिया में ईरानी दूतावस पर हुए हमले के बाद 14 अप्रेल देर रात ईरान ने इजराइल पर लगभग 250 से उपर ड्रोन और मिसाइलें दागी.

जिसके बाद इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा हम हमले का बदला लेंगे.

लेकिन ईरान और हमास के हमले और ताकत में बड़ा अंतर है, ऐसे में ईरान को बिना अमेरिका और NATO की सपोर्ट के जवाब देना इजराइल के बस की बात नजर नहीं आती है.

बता दें अमेरिका और पश्चिमी देशों ने ईरान के जवाबी हमले की निंदा तो की है, लेकिन इजराइल से कोई भी एक्शन लेने परहेज करने का आग्रह किया है.

VOA न्यूज के मुताबिक एक अमेरिकी अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि

वाशिंगटन के शीर्ष अधिकारी मध्य पूर्व में युद्ध फैलने से रोकने का प्रयास कर रहे हैं.

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बेंजामिन से फोन पर बात की और जंग के जोखिमों के बारे में सावधानीपूर्वक और रणनीतिक रूप से सोचने की बात कही है,

खासकर ऐसे हमले के जवाब में जिससे कोई खास नुकसान नहीं हुआ है.

इजराइल के कई अधिकारियों ने हमले का जवाब देने का आग्रह किया है, लेकिन ईरान पर कब और कैसे हमला हों इसे लेकर वॉर कैबिनेट के सदस्यों की अलग-अलग राय है.

अमेरिका के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी से जब पूछा गया कि क्या अमेरिका ईरानी हमले के लिए किसी भी सैन्य प्रतिक्रिया में हिस्सा लेगा तो उन्होंने जवाब दिया,

“हम ऐसी किसी चीज में हिस्सा लेने की कल्पना नहीं करेंगे, अगर इजराइल जवाबी कार्रवाई करता है तो वह अकेले ही ऐसा करेगा.