12 देशों पर भारी पड़ा अमेरिका, एक चाल से चकनाचूर हुआ फिलिस्तीन का सपना
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में फिलिस्तीन को पूर्ण सदस्यता देने का प्रस्ताव लाया गया था. अल्जीरिया ने ये प्रस्ताव लाया था.
इस प्रस्ताव को अब US ने रोक दिया है. 15 सदस्ययों वाली सुरक्षा परिषद में फिलिस्तीन के पक्ष में 12 वोट पड़े, जबकी 2 सदस्य अनुपस्थित रहे.
फिलिस्तीन को पूर्ण सदस्य बनने के लिए 9 वोटों की जरूरत थी लेकिन US के वीटो करने के बाद वे बहुमत से ज्यादा वोट लेने के बाद भी पूर्ण सदस्य नहीं बन पाया है.
गाजा पर इजराइल के हमलों में जिस तरह से तबाही हूई है उससे उम्मीद की जा रही थी कि इस बार अमेरिका प्रस्ताव पर वीटो नहीं करेगा.
लेकिन अमेरिका अपने पुराने रुख पर कायम रहा और इजराइल का साथ देते हुए अपने वीटो का इस्तेमाल कर इस प्रस्ताव को रोक दिया.
इजराइल ने भी अमेरिका के इस कदम की प्रशंसा की है.
वोटिंग से पहले अमेरिकी उप विदेश विभाग के प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा था कि संयुक्त राज्य अमेरिका ने स्पष्ट किया है कि
समय से पहले की गई कार्रवाई भले ही अच्छे इरादों के साथ हो, वे फिलिस्तीनी लोगों के लिए राज्य का दर्जा हासिल नहीं करा सकती है.
वीटो करने के बाद UNSC में अमेरिका के रिप्रेजेंटेटिव रॉबर्ट वुड ने कहा,
“हमारा वोट फिलिस्तीन सदस्यता के विरोध में हीं है, लेकिन हम ये मानते हैं कि ये फैसला दोनों राज्य की बातचीत से लिया जाए.”
प्रस्ताव न पारित होने पर इजराइल ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सात अक्तूबर के हमले के बाद फिलिस्तीन को UN सदस्यता देना हमास को अवार्ड देने के बराबर होता.
फिलिस्तीन अथॉरिटी ने आज तक 7 अक्तूबर के हमले की नहीं की है.