भारतीय नौसेना की पहली महिला हेलीकॉप्टर पायलट बन अनामिका ने रचा इतिहास
सब-लेफ्टिनेंट अनामिका बी. राजीव ने नौसेना की पहली महिला हेलीकॉप्टर पायलट बनकर इतिहास रचा है.
उन्होंने तमिलनाडु के अराक्कोनम में एक नौसैनिक वायु स्टेशन पर कठोर प्रशिक्षण पूरा करने के बाद प्रतिष्ठित 'गोल्डन विंग्स' का तमगा प्राप्त किया है
वहीं, लद्दाख के पहले कमीशन प्राप्त नौसेना अधिकारी लेफ्टिनेंट जामयांग त्सेवांग ने भी सफलतापूर्वक एक योग्य हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में स्नातक की उपाधि प्राप्त की.
नौसेना के एयर स्क्वॉड्रन में 22 सप्ताह तक प्रशिक्षण के बाद इन पायलटों को डिग्री मिली है.
नौसेना ने सब लेफ्टिनेंट अनामिका के लिए कहा कि उन्होंने पहली भारतीय नौसेना हेलिकॉप्टर पायलट बन इतिहास रचा.
यह इस बात का प्रतीक है कि किस तरह नौसेना जेंडर को लेकर पहले से कोई धारणा नहीं रखती है. साथ ही महिलाओं के लिए करियर के अवसर प्रदान करती है.
वहीं लेफ्टिनेंट जामयांग के लिए कहा कि वह केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के पहले हेलिकॉप्टर पायलट हैं.
वहीं समग्र योग्यता क्रम में प्रथम स्थान के लिए केरल गवर्नर रोलिंग ट्रॉफी से लेफ्टिनेंट दीपक गुप्ता को सम्मानित किया गया.
पांच दशकों से अधिक समय में हेलीकॉप्टर प्रशिक्षण स्कूल ने भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल के साथ-साथ मित्र देशों के 849 पायलटों को प्रशिक्षित किया है.