देश में इस जगह पर नई दुल्हन पति को पैर से देती है खाने की थाली, जानें इसकी वजह
देश में कई जाति, जनजातियां है. इन्हीं में से एक है थारू जनजाति.
ये उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार और यहां तक कि ये जनजाति नेपाल में भी रहती है. कहा जाता है कि यहां कि महिलाओं को पुरुषों से ऊंचा स्थान और दर्जा प्राप्त है.
थारू जनजाति में जब किसी का विवाह होता है, तो नई नवेली दुल्हन पहली बार ससुराल में रसोईघर में खाना पकाती है.
ये रस्म तो कई जगह निभाई जाती है, लेकिन जब थारू जनजाति में नई दुल्हन शादी करके अपने ससुराल जाती है
और पहली बार कुछ बनाती है, तो अपने पति को खाने के लिए वह चीज बड़े ही अजीब तरीके से देती है.
आमतौर पर ऐसा करने पर लोग नाराज हो सकते हैं, लेकिन यहां इस रस्म को खुशी-खुशी निभाई जाती है.
दरअसल, दुल्हन थाली में भोजन डालकर अपने हाथों से नहीं, बल्कि पैरों से खिसकाकर थाली को अपने पति को देती है. इस रस्म को दूल्हा भी प्यार से निभाता है.
जब दुल्हन थाली को अपने पैर से खिसकाकर पति को देती है तो दूल्हा उसे पहले अपने सिर पर लगाता है. उसके बाद ही खाना खाता है.
इस रस्म को ‘अपना पराया’ कहा जाता है. थारू समुदाय में शादी के बाद होने वाली रस्म गौने को ‘चाला’ कहते हैं.