अल्कोहल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना जाता है. इससे मेटाबॉलिज्म से लेकर कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा रहता है. 

लेकिन क्या हो अगर शराब अपने आप शरीर के अंदर ही बनने लगे. सिर्फ शराब बनने ही ना लगे, बल्कि उससे खतरनाक नशा भी होने लगे. 

दरअसल, बेल्जियम से बेहद हैरान कर देने वाला मामला सामने आया था. यहां एक शख्स के शरीर के अंदर ही शराब बनती है और इससे उनको नशा भी होता है. 

इस शख्स की मेडिकल रिपोर्ट में सामने आया कि वह ऑटो ब्रूअरी सिंड्रोम (Auto-brewery Syndrome) नामक एक बीमारी से ग्रसित है.

ऑटो ब्रूअरी सिंड्रोम एक दुर्लभ स्थिति है. इसे गट फ़र्मेंटेशन सिंड्रोम के नाम से भी जाना जाता है.

ये बीमारी बेहद रेयर है, इसमें व्यक्ति का शरीर अपने अंदर अपने आप ही शराब (एथेनॉल) बनने लगता है. इसकी वजह से अक्सर व्यक्ति शराब के नशे में रहता है.

इस बीमारी के समय शरीर के अंदर मौजूद कार्बोहाइड्रेट या शर्करा में मौजूद कण, खमीर (yeast) के साथ क्रिया कर के एथेनॉल में बदल जाते हैं. आमतौर पर यह प्रक्रिया छोटी आंत और बड़ी आंत में होती है.

आपको बता दें, शरीर के अंदर मौजूद खमीर का प्रकार, वही होता है जिसका इस्तेमाल बीयर और अन्य अल्कोहलिक ड्रिंक्स को बनाने में किया जाता है. आंतों में शराब बनने के बाद, यह खून में मिल जाता है और इंसान दिनभर नशे में रहता है. 

आमतौर पर इसमें नशे की तरह लक्षण दिखने के साथ-साथ चक्कर आना, सिरदर्द, उल्टी-निर्जलीकरण, थकान, याददाश्त-एकाग्रता की कमी और मनोदशा में बदलाव महसूस हो सकती है.