पतंजलि ने यह ऑफर ऐसे समय पेश किया है, जब पिछले सप्ताह कर्ज देने वाले बैंकों के द्वारा Ashdan Properties को हाईएस्ट बिडर बताया जा चुका है.
पतंजलि ने एनसीएलटी की मुंबई बेंच से अपने ऑफर पर विचार करने का आग्रह किया, जिसका Ashdan Properties ने विरोध किया.
कर्जदारों की समिति पतंजलि के ऑफर पर विचार करने के बारे में कानूनी राय ले रहे हैं.
सूत्रों का कहना है कि अभी लेंडर्स के सामने जो ऑफर है, उसकी तुलना में पतंजलि का ऑफर बड़ा और बेहतर है.
रोल्टा इंडिया एक सॉफ्टवेयर कंपनी है, जिसका फोकस डिफेंस सेक्टर से जुड़ी टेक सर्विसेज पर है. कंपनी के ऊपर यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का 7,100 करोड़ रुपये बकाया है.
उसके अलावा सिटीग्रुप समेत विदेशी बॉन्डहोल्डर्स का 6,699 करोड़ रुपये भी बकाया है. इस तरह रोल्टा इंडिया का कुल कर्ज करीब 14 हजार करोड़ रुपये हो जाता है.