थर्मल कर्मियों का कहना है कि वन विभाग की टीम को बुलाकर थर्मल प्रशासन को इस भालू को ट्रेंकुलाइज करवाकर अभेदा बायोलॉजिकल पार्क में शिफ्ट करना चाहिए या फिर खुले जंगल में दूर जाकर छोड़ना चाहिए.
उनका कहना कहा कि कई बार थर्मलकर्मी पैदल ही प्लांट के अंदर आते जाते हैं. रात के वक्त इस तरह से हिंसक जानवर अगर घूम रहा है, तो थर्मल कर्मियों को नुकसान पहुंचने का अंदेशा बना हुआ है,
ऐसी स्थिति में थर्मल प्रशासन को तत्काल इस ओर ध्यान देना चाहिए और थर्मल कर्मियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए.