बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी: जानिए कब और कैसे शुरू हुई ये परंपरा?
हर साल गणतंत्र दिवस के बाद बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी का आयोजन किया जाता है.
बीटिंग रिट्रीट का इतिहास लगभग 300 साल पुराना है.
बीटिंग रिट्रीट हर साल 29 जनवरी को दिल्ली के विजय चौक पर तीनों सेनाओं के जवान आनंद और जोश से भर देने वाली धुनों के साथ कदमताल से समा बांधते हैं.
बीटिंग द रिट्रीट की शुरुआत 17वीं शताब्दी में इंग्लैंड से हुई थी.
पहली बार साल 1952 में बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी का आयोजन हुआ था.
बीटिंग रिट्रीट के दो कार्यक्रम हुए थे. पहला कार्यक्रम दिल्ली में रीगल मैदान के सामने मैदान और दूसरा लालकिले में हुआ था.
सशस्त्र बलों द्वारा इस तरह का समारोह यूके, यूएस, कनाडा, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया और अन्य देशों में भी आयोजित किया जाता है.
बीटिंग रिट्रीट हर साल 29 जनवरी को दिल्ली के विजय चौक पर तीनों सेनाओं के जवान आनंद और जोश से भर देने वाली धुनों के साथ कदमताल से समा बांधते हैं.
जैसे ही बिगुल बजाने वाले पीछे हटने की धुन बजाते थे, वैसे ही सैनिक लड़ाई बंद कर देते थे और युद्ध भूमि से पीछे हट जाते थे.