छात्रों के प्रदर्शन पर बाइडेन ने तोड़ी चुप्पी, कहा- विरोध का अधिकार लेकिन... 

गाजा में इजराइल की कार्रवाई पर अमेरिकी विश्वविद्यालयों में प्रदर्शन पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बड़ा बयान दिया.

बाइडेन ने कहा कि लोगों को विरोध करने का अधिकार है, लेकिन उनको अराजकता और हिंसा में शामिल होने की छूट नहीं दी जा सकती है.

अप्रैल महीने की शुरुआत में गाजा में इजराइल की सैन्य कार्रवाइयों पर देश के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए थे.

एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए, बाइडेन ने कहा कि शांतिपूर्ण असहमति लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण अंग है, लेकिन बर्बरता बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

उन्होंने कहा कि संपत्ति को नष्ट करना शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन नहीं है. यह कानून के खिलाफ है.

उन्होंने कहा कि बर्बरता, अतिक्रमण, खिड़कियां तोड़ना, परिसरों को बंद करना, कक्षाओं और स्नातकों को रद्द करने के लिए मजबूर करना, इनमें से कोई भी शांतिपूर्ण विरोध नहीं है.

राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिका एक सत्तावादी देश नहीं है जो असहमति पर दबाव डाले लेकिन व्यवस्था कायम रहनी चाहिए.

उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के लिए असहमति आवश्यक है, लेकिन उसकी वजह से कभी भी अव्यवस्था नहीं होनी चाहिए ताकि छात्र कॉलेज की शिक्षा पूरी न कर सकें.

यह पूछे जाने पर कि क्या राज्य के गवर्नरों को आवश्यकता पड़ने पर व्यवस्था बहाल करने के लिए नेशनल गार्ड के सैनिकों को बुलाना चाहिए. इस बाइडेन ने जवाब दिया, नहीं.