जेल के बैरक में बेहोश पाए जाने के बाद उन्हें दुर्गावती मेडिकल काॅलेज लाया गया था. जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
जानकारी के अनुसार उन्हें हार्ट अटैक आया था. इससे पहले 26 मार्च को भी उन्हें इलाज के लिए मेडिकल काॅलेज में भर्ती कराया गया था.
वहीं उसके बेटे उमर अंसारी के अनुसार दिन में भी एक बार मुख्तार अंसारी बेहोश हुए थे.
उसने बताया कि दोपहर 3 बजे उनके पिता ने उन्हें फोन पर तबीयत खराब होने की जानकारी दी थी.
बता दें कि इससे पहले 26 मार्च को भी मुख्तार की तबीयत बिगड़ गई थी. उस दौरान भी उसे मेडिकल काॅलेज में भर्ती कराया गया था.
हालांकि अफजाल अंसारी ने दावा किया कि जेल में उन्हें 2 बार खाने में जहर दिया गया है.
इससे पहले 21 मार्च को बाराबंकी कोर्ट में डिजिटल काॅन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई सुनवाई में मुख्तार के वकील ने कहा था कि उन्हें जेल में धीमा जहर दिया जा रहा है.
मऊ विधानसभा सीट से कई बार विधायक रह चुके मुख्तार विभिन्न मामलों में कई बार जेल की सजा सुनाई गई है.
मुख्तार अंसारी इस समय बांदा की जेल में बंद थे. इससे पहले वह कई साल तक गुजरात और पंजाब की जेलों में रहे.