आपने प्रदेश के अलग-अलग जिलों के बारे में पढ़ा और सुना होगा. हालांकि, क्या आप जानते हैं कि बिहार का कौन-सा जिला छोटा पंजाब के रूप में भी जाना जाता है.
आपको शायद सुनकर यकीन ना हो लेकिन ये सच है. हम बात कर रहे हैं बिहार के अररिया शहर के बारे में, इसके नाम को लेकर दिलचस्प कहानी है.
बिहार का यह शहर कुल 2830 वर्ग km में फैला हुआ है. आपको जानकर हैरानी होगी कि अररिया गंगा डॉल्फ़िन का प्राकृतिक आवास है. अररिया की स्थानीय नदियों में गंगा डॉल्फ़िन पाई जाती हैं.
अररिया की जनसंख्या 28,11,569 है. अब आप सोच रहे होंगे कि लेकिन अररिया के किस गांव को मिनी पंजाब कहा जाता है और क्यों ? तो आइए आपको बताते हैं.
बिहार के अररिया में एक गांव है, जिसे मिनी पंजाब कहा जाता है. यहां के रहने वालों ने सामाजिक भेदभाव के की वजह से अपना धर्म बदलकर यहां जिंदगी बिता रहे हैं.
बिहार के इस गांव का नाम खास हलहलिया है और यहां महादलित मुसहर समुदाय बसे हुए हैं. गांव के इन लोगों ने सामाजिक बंधन को तोड़ कर सिख धर्म को अपना लिया है.
यहां एक गुरुद्वारा भी है, जहां रोजाना कीर्तन भी होता है और खास मौकों पर लंगर भी खिलाया जाता है, जिसमें दूसरे समुदाय के लोग भी आते हैं.
लोगों ने इस गांव फारबिसगंज अनुमंडल की हलहलिया पंचायत का नाम ने सरदार टोला रख दिया है. ऐसा इसलिए कि यहां करीब 300 सिख धर्म को मानने वाले रहते हैं.
इतना ही नहीं, इन लोगों की वेशभूषा भी बदल गई है. साथ ही रहन-सहन भी सिख जैसा ही है. यहां महिलाएं सलवार कमीज पहन कर रहती हैं और कृपाण लटकाए रहती हैं. वहीं बच्चे भी केस बढ़ाकर पगड़ी बांधे रहते हैं.