दरअसल, 1950 के केंद्रीय बजट का एक हिस्सा छपाई के दौरान लीक हुआ था. तब छपाई राष्ट्रपति भवन में होती थी.लेकिन जब बजट लीक हुआ तो फैसला किया गया कि अब बजट नई दिल्ली के मिंटो रोड पर स्थित प्रेस में होगी.
बजट पेश होने से पहले हलवा सेरेमनी होती है. इस सेरेमनी के बाद नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में यानी जहां प्रिंटिंग प्रेस लगी है, वहां वित्त मंत्रालय और बजट से जुड़े करीब 100 कर्मचारी कैद हो जाते हैं.
ये कर्मचारी कुछ दिनों के लिए कड़ी सुरक्षा में यहीं रहते हैं. जब वित्त मंत्री द्वारा संसद में बजट पेश हो जाता है, तब इन कर्मचारियों को अनुमति मिलती है कि वह अपने परिवार वालों से संपर्क कर सकते हैं.
ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि बजट पहले की तरह फिर से लीक ना हो जाए. हालांकि, चीजें अब आधुनिक हो रही हैं.