आपने 'अखंड भारत' के बारे में सुना है? इन 2 शब्दों का मतलब क्या है..आइए आज यहां जानने की कोशिश करते हैं.

इतिहासकार कहते हैं कि आज जो भारत है, उसका अस्तित्व वैदिक काल में पृथ्वी के बहुत बड़े भू-भाग पर था

सनातन धर्म के ग्रंथों में बतलाया गया है कि भारत की रचना लाखों वर्ष पहले हुई थी. अब से हजारों वर्ष पूर्व इसे भारतवर्ष कहा जाता था.

ग्रंथों में उल्लेख है कि इस आधुनिक काल (कलयुग) से 5 हजार साल पहले द्वापर युग था, तब देश को भारतवर्ष और आर्यावर्त कहते थे

इस आधुनिक काल (कलयुग) में जब गुप्त वंश का शासन रहा था, तो हमारे देश का आकार पूरी दक्षिण एशिया में था

अखंड भारत में आज का पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान और म्यांमार जैसे देश शामिल थे

श्रीलंका, कंबोडिया, मलेशिया, इंडोनेशिया, थाईलैंड और तिब्बत (जो अब चीन में है) भी भारत का हिस्सा थे

हालांकि, गुप्त वंश का शासन खत्म होने का बाद से ही अखंड भारत टूटता चला गया

कुछ इतिहासकारों के मुताबिक, पाकिस्तान बनने के साथ ही 'अखंड भारत' का 24वीं बार विभाजन हुआ

कई इतिहासकार मानते हैं वियतनाम भी अखंड भारत का हिस्सा था, उसका पुराना नाम चम्पा बताया जाता है

सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) और सांस्कृतिक संगठन RSS के लीडर कहते हैं कि अब फिर से अखंड भारत बनेगा

'अखंड भारत' की कई अवधारणाएं रही हैं, जिनमें से जम्मू-कश्मीर के पूरे क्षेत्रफल वाले भारत को 'अखंड भारत' के रूप में अधिक देखा जाता है

भाजपा और आरएसएस के पदाधिकारी अक्सर ये कहते रहे हैं कि नई पीढ़ी देश को एक बार फिर 'अखंड भारत' के रूप में देख पाएगी

हालांकि, 'अखंड भारत' का सपना पूरा होना अब मुश्किल है, क्योंकि जो देश कभी भारत भूमि का हिस्सा रहे थे, वे सब स्वतंत्र हैं..जिनमें से PAK और China के कब्जे वाले तिब्बत में बड़ा-मजबूत सैन्य-बल है.