इन छात्रों को कनाडा सरकार की नई इमिग्रेशन पॉलिसी में बदलाव की वजह से डिपोर्टेशन का डर सता रहा है. यही वजह है कि छात्र इस पॉलिसी के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं.
दरअसल ट्रूडो सरकार की इमिग्रेशन पॉलिसी में बदलाव का सबसे अधिक असर भारतीय छात्रों पर देखने को मिलेगा, जो वहां पढ़ने के साथ-साथ अस्थाई तौर पर नौकरियां भी कर रहे हैं.
कम वेतन वाली अस्थाई नकरियों के लिए परमिट दो के बजाए अब एक साल के लिए जारी होगा. इसका मतलब ये हुआ कि कनाडा में अब अप्रवासियों की संख्या को नियंत्रित किया जाएगा.