देश में कैंसर के केसेज लगातार बढ़ रहे हैं. केंद्रीय सरकार ने बताया कि हर साल कैंसर के मरीजों की संख्या 2.5 फीसदी बढ़ रही है.
इन आंकड़ों के मुताबिक साल 2022 में भारत में 14,61,427 नए केस सामन आए, 2023 में 14,96,972 नए केस सामने आए.
आपको बता दें जब तक मौजूदा साल में यानी कि 2024 में अब तक 15,33,055 केस सामने आ चुके हैं.
सरकार ने ये आंकड़े Indian Council of Medical Research (ICMR) कैंसर रजिस्ट्री प्रोग्राम के अनुसार दिए हैं.
आंकड़ों के अनुसार पुरुषों को मुंह और फेफड़े का कैंसर अधिक हो रहा है, जबकि महिलाओं को स्तन कैंसर अधिकाधिक हो रहा है.
सरकार ने ICMR के हवाले से बताया कि कैंसर के अधिक मामले दर्ज होने के कारणों में 'इसकी पहचान के लिए बेहतर तकनीक और जीवन प्रत्याशा में वृद्धि शामिल' है.
वहीं, वृद्धों की बढ़ती आबादी और स्वास्थ्य के प्रति अधिक जागरूकता भी इसकी वजह है.
सरकार का कहना है कि कैंसर के इलाज के लिए अनिवार्य 131 दवाओं की सूची है. यह सभी अनुसूची एक में हैं, जिनकी सरकार हमेशा निगरानी करती है और इनके दामों का निर्धारण करती है.
आमतौर पर इन्हीं दवाओं का उपयोग किया जाता है. कीमतों के नियंत्रण के चलते मरीजों की करीब 294 करोड़ रुपये की बचत होती है.