चंद्रमा की दहलीज पर पहुंचते ही चंद्रयान-3 ने ISRO को भेजा पहला मैसेज- MOX, ISTRAC, ये चंद्रयान-3 है. मुझे चंद्र गुरुत्वाकर्षण महसूस हो रहा है.
चंद्रयान-3, 3 लाख 84 हजार 400 किलोमीटर की दूरी कर चांद की ऑर्बिट में पहुंच गया है.
6 अगस्त की रात करीब 11 बजे चंद्रयान-3 को चांद के दूसरे ऑर्बिट में डाला जाएगा.
9 अगस्त की दोपहर में करीब पौने दो बजे यान को चांद के तीसरे ऑर्बिट में डाला जाएगा.
14 अगस्त की दोपहर 12 बजे चौथे तथा 16 अगस्त की सुबह चांद के पांचवें ऑर्बिट में चंद्रयान-3 को डाला जाएगा.
17 अगस्त को लैंडर मॉड्यूल और प्रोपल्शन मॉड्यूल अलग होंगे.
23 अगस्त को चंद्रयान-3 की चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग कराई जाएगी.
14 जुलाई को इसरो के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से चंद्रयान-3 की हुई थी सफल लॉन्चिंग.
चंद्रयान-3 के जरिए इसरो चांद से जुड़े तमाम रहस्यों की प्राप्त करेगा जानकारी.
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इसरो ने चंद्रयान-3 पर किए हैं 600 करोड़ रुपये खर्च.
चंद्रयान-3 चांद पर पहुंचकर वहां की तस्वीरों को इसरो को भेजेगा.
चंद्रयान-3 चंद्रमा के वातावरण, खनिज, मिट्टी समेत तमाम जानकारियां इसरो को कराएगा उपलब्ध.