100 साल पहले Everest पर गुम हुआ था पर्वतारोही, अब मिला कुछ ऐसा जिसे देख हर कोई हैरान
माउंट एवरेस्ट पर 100 साल पहले गुम हुए पर्वतारोही से जुड़ी ऐसी चीज मिली है जिसे देखकर हर कोई हैरान है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एक डॉक्यूमेंट्री टीम ने माउंट एवरेस्ट पर मानव अवशेष खोजे हैं, जिनके बारे में माना जाता है कि वे एक पर्वतारोही के हैं, जो 100 साल पहले चोटी पर चढ़ने की कोशिश करते समय लापता हो गया था.
जलवायु परिवर्तन के कारण, हिमालय में बर्फ पिघलने से पर्वतारोहियों के शव तेजी से सामने आ रहे हैं, जिन्होंने दुनिया के सबसे ऊंचे पर्वत पर चढ़ने की कोशिश में अपनी जान गंवा दी.
ब्रिटिश पर्वतारोही एंड्रयू इरविन 1924 में अपने पर्वतारोही साथी जॉर्ज मैलोरी के साथ गायब हो गए थे, जब वे 8,848 मीटर (29,029 फीट) की ऊंचाई पर स्थित एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचने वाले पहले व्यक्ति बनने का प्रयास कर रहे थे.
मैलोरी का शव 1999 में बरामद किया गया था, लेकिन एवरेस्ट के सेंट्रल रोंगबुक ग्लेशियर पर नेशनल ज्योग्राफिक टीम द्वारा हाल ही में की गई खोज तक इरविन का गायब होना एक रहस्य बना रहा.
टीम को अब एक बूट मिला जिसमें एक मानव पैर था, और एक मोजा जिस पर “ए.सी. इरविन” लिखा हुआ एक लेबल लगा हुआ था.
यह खोज पर्वतारोहियों के निजी सामान के स्थान के बारे में महत्वपूर्ण सुराग प्रदान कर सकती है और संभवतः पर्वतारोहण के सबसे स्थायी रहस्यों में से एक को हल कर सकती है.
क्या इरविन और मैलोरी मरने से पहले शिखर पर पहुंचे थे. अगर यह साबित हो जाता है, तो वे 1953 में एडमंड हिलेरी और तेनजिंग नोर्गे द्वारा पहली बार पुष्टि की गई चढ़ाई से लगभग तीन दशक पहले शिखर पर सफलतापूर्वक चढ़ गए होंगे.
एवरेस्ट पर पहली बार चढ़ाई का रिकॉर्ड 29 मई, 1953 को दर्ज किया गया था, जब न्यूजीलैंड के एडमंड हिलेरी और नेपाली शेरपा तेनजिंग नोर्गे सफलतापूर्वक शिखर पर पहुंचे थे.