Covid के नए सब-वैरिएंट JN.1 ने भारत में दी दस्तक, इन लक्षण को न करें इग्नोर 

देश में कोरोना के नए वेरिएंट JN.1 के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्क्रीनिंग और निगरानी करने की एडवाइजरी जारी की है.

नए सब-वेरिएंट के खतरे के बीच दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने प्राधिकारियों को आरटी-पीसीआर जांच के लिए पर्याप्त संख्या में नमूने भेजने का आदेश दिया.

दिशानिर्देशों में कहा गया है कि आरटी-पीसीआर जांच के दौरान जिन नमूनों में कोविड संक्रमण पुष्टि हुई है, उनका जीनोम अनुक्रमण कराया जाए.

एक्सपर्ट्स का कहना है कि आने वाले समय में कोरोना के मामले बढ़ सकते हैं क्योंकि यह तेजी से फैलता है.

WHO ने कोविड-19 के नए सब-वेरिएंट जेएन.1 'वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट' के रूप में क्लासिफाइड किया है.  

WHO का कहना है कि JN.1 सब-वैरिएंट के सामने आने से कोरोना के मामलों में वृद्धि हो सकती है, खासकर उन देशों में जहां सर्दी अधिक पड़ती है.

सीडीसी के अनुसार, जेएन.1 का पहली बार संयुक्त राज्य अमेरिका में सितंबर में पता चला था. 

आपको बता दें कि कोरोना के इस नए वेरिएंट का पहला मामला केरल में दिसंबर में आ चुका है. 

60 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी बुजुर्गों, अन्य बीमारियों (किडनी, हृदय, लीवर की बीमारियों) से पीड़ित लोगों, गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं को बाहर जाने पर अनिवार्य रूप से फेस मास्क पहनने की सलाह दी गई है. 

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भारत के कुछ राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में कोविड-19 मामलों में ताजा वृद्धि और नए जेएन.1 सब-वेरिएंट के पहले मामले का पता चलने पर राज्यों को सलाह जारी की है.