इस ओर बढ़ रहा है Pakistan, पूर्व पीएम Imran Khan ने दी चेतावनी

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के संस्थापक अध्यक्ष इमरान खान रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं. उन्होंने जेल से एक संदेश भेजा है.

इमरान और उनकी पार्टी ने लगातार कहा है कि 8 फरवरी के आम चुनावों के नतीजे में धांधली हुई थी.  पाकिस्तान सेना ने सत्ता संभालने के लिए पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) का साथ दिया है.

हालांकि PTI समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवारों ने चुनावों में अधिक सीटें जीतीं, लेकिन पीएमएल-एन और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने चुनाव बाद गठबंधन कर लिया और PML-N के अध्यक्ष Shehbaz Sharif के नेतृत्व में सरकार बन गई.

Imran ने यह भी दावा किया है कि उनकी पार्टी का जनादेश चुरा लिया गया है और पार्टी पर कब्जा करने के प्रयास जारी हैं. अप्रैल 2022 में अविश्वास प्रस्ताव में सत्ता से हटने के बाद से उन्हें कम से कम चार मामलों में दोषी ठहराया गया है.

संदेश में इमरान ने देश के हालिया राजनीतिक घटनाक्रम और 1971 की ढाका त्रासदी की परिस्थितियों की तुलना की और आगाह किया कि नकदी संकट से जूझ रहे देश में मौजूदा हालात के कारण अर्थव्यवस्था ठप पड़ सकती है.

इमरान ने संदेश में मौजूदा सरकार को याद दिलाया कि ‘देश और संस्थान स्थिर अर्थव्यवस्था के बिना नहीं बच सकते.’ उन्होंने कहा, ‘जब आप जनता को अधिकार नहीं देते तब आप यह नहीं कह सकते कि अर्थव्यवस्था आगे बढ़ेगी.’

उन्होंने तत्कालीन East Pakistan का जिक्र करते हुए कहा कि 1970 में Army Chief Yahya Khan त्रिशंकु संसद चाहते थे, लेकिन जब Sheikh Mujibur Rahman की पार्टी को बहुमत मिला तो सेना ने धोखाधड़ी से उपचुनाव कराया. 

उन्होंने आगे कहा कि उपचुनाव में शेख मुजीबुर रहमान की पार्टी अवामी लीग की 80 सीटें छीन ली गईं, क्योंकि याह्या राष्ट्रपति बनना चाहते थे.

Imran ने कहा, ‘मैं हमूदुर रहमान आयोग की रिपोर्ट की याद दिलाना चाहता हूं कि हम फिर से वही गलतियां दोहराने जा रहे हैं, जो अतीत में की थीं. 1970 में ‘लंदन प्लान’ था और आज फिर से ‘लंदन प्लान’ के जरिये एक सरकार थोपी गई है.’