देहरादून जिले के चकराता नगर से करीब 40-45 किलोमीटर की दूरी पर लाखामंडल नामक एक गांव स्थित है. यहां भगवान शिव का एक मंदिर भी है.

इस मंदिर को लाखामंडल शिव मंदिर भी कहा जाता है.  ये अपनी रहस्यमय कहानियों और अद्भुत वास्तुकला के लिए के लिए प्रसिद्ध है.

ऐसी मान्यता है कि यहां के शिवलिंग के पास मुर्दे को रखने पर कुछ पल के लिए जिंदा हो जाते हैं. यहां बहुत सी रहस्यमयी गुफाएं हैं.

इस मंदिर को महाभारत काल से जोड़ा जाता है. कहा जाता है कि यहां दुर्योधन ने पांडवों को जिंदा जलाने का षडयंत्र रचा था. 

पांडवों को जिंदा जलाने के ही दुर्योधन ने यहां लाक्षागृह बनवाया था. पांडवों को इस लाक्षागृह में रखा भी गया था, लेकिन पांडव यहां से बच निकले थे.

ये भी मान्यता है कि पांडवों ने इस स्थान पर लाख शिवलिंग स्थापित किए थे. इस कारण ही इस गांव का नाम लाखामंडल रखा गया.

वहीं लाखामंडल शिव मंदिर का सबसे अद्भुत रहस्य यह है कि यहां पर मृत व्यक्तियों को जीवित किया जा सकता है. 

ऐसा कहा जाता है कि यदि किसी मृत व्यक्ति को यहां लाकर मंदिर के पुजारी द्वारा विशेष पूजा-अर्चना करवाई जाए तो वह मृत व्यक्ति भगवान का नाम लेते हुए जीवित हो जाता है. 

इसके बाद पुजारी मंत्र पढ़कर उस व्यक्ति के मुख में गंगाजल डालते हैं तब वह व्यक्ति फिर से मृत हो जाता है और उसकी आत्मा को मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है.

आपको बता दें मंदिर परिसर में एक गुप्त दरवाजा भी है, जिसके बारे में कहा जाता है कि यह पाताल लोक की ओर जाता है.