Arvind kejriwal जेल से बाहर नहीं आ पाएंगे? ED ने याद दिलाए 300 करोड़
शराब नीति मामले में ईडी ने गुरुवार शाम को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया.
केजरीवाल को गिरफ्तार करने के बाद ED ने उन्हें दूसरे दिन कोर्ट में पेश किया, जहां ED ने 100 करोड़ रु. से ज्यादा की घूस का जिक्र किया
ईडी की ओर से एएसजी राजू ने कहा कि- केजरीवाल ने दूसरे नेताओं के साथ मिलकर साज़िश रची. शराब नीति की क्रियान्वयन में केजरीवाल सीधे रूप से शामिल थे.
राजू ने कहा कि- मनीष सिसोदिया ने भी मामले में मुख्य भूमिका निभाई. सिसोदिया की जमानत अर्जी को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया था.
एएसजी राजू ने कहा कि मनीष सिसोदिया ने विजय नायर को केजरीवाल के घर बुलाया और शराब नीति से जुड़े दस्तावेज दिए.
राजू ने कहा कि विजय नायर केजरीवाल और के कविता के लिए काम कर रहा था. साउथ ग्रुप में मिडिल मैन की भूमिका में था.
राजू ने कहा कि- विनय नायर मुख्यमंत्री के आवास के पास रहता था. वह आप पार्टी का मीडिया इंचार्ज था. के कविता ने आप पार्टी को 300 करोड़ दिया था.
राजू ने कहा कि बुची बाबू के जरिए दो बार कैश ट्रांसफर किया गया. पहले 10 करोड़ और फिर 15 करोड़. केजरीवाल इस फंड का इस्तेमाल पंजाब और गोवा चुनाव के लिए इस्तेमाल करना चाहते थे.
राजू ने कहा कि विजय नायर केजरीवाल का बेहद क़रीबी है. अरविंद केजरीवाल आप पार्टी के मुख्या हैं. यह नीति अरविंद, मनीष और संजय सिंह द्वारा लागू की गई थी.
एएसजी राजू ने कहा कि एक सरकारी गवाह दिनेश अरोड़ा ने अपने बयान में खुलासा किया कि विजय नायर के निर्देश पर उसने 31 करोड़ रुपये दिया था.
राजू ने दावा किया कि अपराध की आय में केवल 100 करोड़ रुपये की रिश्वत ही नहीं है, बल्कि रिश्वत देने वालों द्वारा कमाया गया मुनाफा भी उसमें शामिल है. यह लगभग 600 करोड़ रुपये से अधिक का मनी ट्रेल है.