सनातन धर्म में सभी तिथियों को बेहद शुभ माना जाता है. वहीं पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह की पूर्णिमा तिथि के दिन देव दिपावली मनाई जाती है.
यानी इस साल देव दीपावली का पावन पर्व 15 नवंबर शुक्रवार को है. इस दिन शुभ मुहूर्त शाम में 5 बजकर 10 मिनट से 7 बजकर 47 मिनट तक है.
कार्तिक पूर्णिमा यानी देव दिवाली के दिन गंगा स्नान और दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और खासकर इस दिन उगते सूर्य को अर्घ्य दें.
उसके बाद तुलसी के पौधे में अर्घ्य दें. इसके बाद भगवान विष्णु और भगवान शिव की विधिवत पूजा करें.
देव दिवाली के दिन दीये जलाने की भी परंपरा है. आइए आपको बताते हैं कि देव दीपावली पर कितनी संख्या में दीपक जलाना चाहिए?
ज्योतिषाचार्य के अनुसार, शुभ मौकों पर विषम संख्या में दीप जलाना शुभ माना जाता है. देव दीपावली पर आप शुभ मुहूर्त में 5, 7, 9, 11, 51, 101 की संख्या में दीप जा सकते हैं.
देव दीपावली के अवसर पर भगवान शिव की पूजा करते हैं. भगवान भोलेनाथ के लिए 8 या 12 मुख वाला दीपक जलाना शुभ होता है.
इस दिन सबसे पहले घर के मंदिर में लक्ष्मी पूजन करें. वहां अखंड दीपक जरूर जलाएं और इस बात का ध्यान रखें कि दीपक बूझना नहीं चाहिए.
उसके बाद घर की तुलसी के पास में दीपक लगाएं. घर के आस-पास स्थित मंदिर में भी एक दीया जरूर जलाएं. इससे सभी देवी-देवता की कृपा बनी रहती है.
देव दिवाली के दिन बेलपत्र और पीपल के पेड़ के नीचे दीया जलाना चाहिए. इसे शुभ शगुन माना जाता है.
इसके अलावा अपने घर की दहलीज, छत, दरवाजे, बाथरूम में दीपक जलाने के साथ एक पड़ोसी के घर में भी जला दें.