कभी हिंदू राष्ट्र था अफगानिस्तान, जानिए कब तक रहा अखंड भारत का हिस्सा

अफगानिस्तान के बारे में कई चौंकाने वाले ऐतिहासिक तथ्य मिलते हैं. कहा जाता है कि यह कभी हिंदू राष्ट्र हुआ करता था, मगर अब यह एक घोषित इस्लामिक मुल्क है

इस इस्लामिक मुल्क के इतिहास से जुड़ी कुछ खास बातें आज यहां जानिए —

इतिहासकारों के अनुसार, अफगानिस्तान 7वीं सदी तक अखंड भारत का एक हिस्सा था, यहां बौद्ध संस्कृति फली-फूली. सैकड़ों साल पहले पहाड़ चीरकर विशाल बुद्ध प्रतिमा बनवाई गई थी.

17वीं सदी तक अफगानिस्तान नाम का कोई राष्ट्र नहीं था

अफगानिस्तान को आर्याना, आर्यानुम्र वीजू, पख्तिया, खुरासान, पश्तूनख्वाह और रोह आदि नामों से पुकारा जाता था

आज जहां अफगानिस्तान है, उस क्षेत्र में गांधार, कम्बोज, कुंभा, वर्णु, सुवास्तु आदि राज्य होते थे

ईसा के 700 साल पूर्व तक यहां (अफगानिस्तान) उत्तरी क्षेत्र में गांधार महाजनपद था, जिसके बारे में महाभारत ग्रंथ में उल्लेख मिलता है

महाभारत काल में धृतराष्ट्र की पत्नी गांधारी, महान संस्कृत व्याकरणाचार्य पाणिनी और गुरु गोरखनाथ यहीं के बाशिंदे थे

अरब से इस्लामिक आक्रांता जब काबुल-गांधार में आए तो जनसांख्यिकी में बदलाव हुआ...वहां मुस्लिम बढ़ गए

अफगानिस्तान 1879 में भारत से अलग हुआ था..तब ब्रिटिश शासन था, फिर 1947 में अंग्रेजों ने भारत को छोड़ा.